Tuesday 8 March 2016

घरेलू मैदान पर अगल तरह की चुनौतियां होती हैं: धौनी

एशिया कप जीतने के बाद टी -20 विश्व कप में हिस्सा लेने को तैयार भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का मानना है कि घरेलू मैदान की अपनी चुनौतियां होती हैं।

धौनी ने कहा कि टीम की तैयारी पूरी है और जहां तक खिताब जीतने का सवाल है तो इस बार भी टीम पर 2011 विश्व कप की तरह ही दबाव है लेकिन हमारे खिलाड़ी इस दबाव के बारे में नहीं सोच रहे क्योंकि इससे टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।

टीम में बल्लेबाजी और गेंदबाजी को लेकर धौनी ने कहा कि यह राहत की बात है कि टीम में डेथ ओवर्स के लिए गेंदबाज हैं और वो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जहां तक बल्लेबाजी की बात है तो मै हमेशा इसे लेकर अच्छा महसूस करता हूं। टीम में बल्लेबाजी ऐसा डिपार्टमेंट है जिसमें उतार-चढ़ाव हमेशा चलते रहते हैं। यह अहम है कि आपको बल्लेबाजी का कितना मौका मिलता है और मुझे इस मामले में बेहतर चांस मिले हैं। टीम में हम कोशिश कर रहे हैं कि सभी को बल्लेबाजी का मौका मिले।

टीम में मेरा रोल 90 प्रतिशत वैसा ही रहेगा जैसा एशिया कप में था। धौनी से मो. सामी की वापसी को लेकर कहा कि उन्हें पहले अपनी फिटनेस साबित करनी होगी उसके बाद ही वो टीम में आ पाएंगे। गौरतलब है कि कि टी20 विश्वकप के वार्मअप मैच के लिए भारत और वेस्टइंडीज की टीमें कोलकाता पहुंच चुकी हैं। दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला गुरुवार को खेला जाएगा।  Watch Cricket News Video http://videos.jagran.com/sports/cricket

केआरके के 'अश्‍लील' कमेंट का आलिया भट्ट ने दिया ये जवाब

केआरके यानी एक्टर कलाल राशीद खान के अश्लील कमेंट का आलिया भट्ट ने जो जवाब दिया, उसे केआरके के मुंह पर तमाचा कहें तो गलत नहीं होगा। हाल ही में केआरके ने वोग मैगजीन के कवर पेज पर आलिया की एक बोल्ड फोटो देख भद्दा कमेंट किया था।

दरअसल, हाल ही में आलिया और सिद्धार्थ ने वोग मैगजीन के लिए एक हॉट फोटोशूट कराया। इस फोटोशूट की एक फोटो वोग मैगजीन ने अपने कवर पेज पर लगाई है। इसमें आलिया पेंटी में नजर आ रही हैं। इस फोटो को देख केआरके ने ट्वीट किया- 'Alia looks so Bacchi in panty but still some people keep forcing her to wear it'।

इस पर सिद्धार्थ ने आलिया का बचाव करते हुए ट्वीट किया- 'सर हम आपसे कह रहे हैं कि बकवास बंद करो। फिर भी आप ट्वीट कर रहे हैं।' इस पर केआरके ने कहा, 'भारत के 130 करोड़ लोग आपसे कह रहे हैं कि एक्टिंग बंद करो, लेकिन आप फिर भी फिल्में किए जा रहे हैं।'

केआरके और सिद्धार्थ के बीच ये ट्वीट वार लंबी चली, लेकिन आलिया इसमें नहीं कूदीं। आलिया और सिद्धार्थ इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'कपूर एंड संस' की प्रमोशन में जुटे हुए हैं। आलिया और सिद्धार्थ जब फिल्म को प्रमोट करने एक इवेंट में पहुंचे तो मीडिया ने आलिया से केआरके के कमेंट पर सवाल किए। इस पर आलिया ने कहा तो कुछ नहीं, लेकिन बड़ा अजीब-सा मुंह बनाया। यहां आलिया ने अपने हाव-भाव से यह दर्शा दिया कि केआरके उनके लिए कुछ मायने नहीं रखते। यह केआरके के मुंह पर किसी तमाचे से कम नहीं है।

बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब केआरके ने किसी एक्टर पर भद्दा कमेंट किया है। इससे पहले भी वह कई एक्टर्स पर भद्दे कमेंट कर चुके हैं। अब तो लोगों ने उन्हें सीरियसली लेना ही छोड़ दिया है।  Watch Entertainment News Video http://videos.jagran.com/entertainment

सूर्य ग्रहण के चलते बंद रहेंगे मंदिरों के कपाट, राशियों पर पड़ेंगे ये प्रभाव, जानने के लिए पढ़ें खबर

सूर्यग्रहण के चलते आज चमोली जिले के सभी पौराणिक मंदिर बंद रहेंगे। जिस दौरान मंदिर बंद रहेंगे उस दौरान सूतक रहेगा।
श्री बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि आज सांय 6:35 बजे से बुधवार प्रात: 6:43 बजे तक श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अधीन आने वाले सभी मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। उन्होंने बताया कि सूर्यग्रहण का काल बुधवार को प्रात: 6:35 से 6:43 बजे तक का है। चमोली जिले में योगध्यान बदरी मंदिर, गोपीनाथ मंदिर, नृ¨सह मंदिर ऐसे महत्वपूर्ण मंदिर हैं, जिनमें सूतक के दौरान श्रद्धालु पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे।
गंगा आरती में भी किया बदलाव
हरिद्वार के ज्योतिर्विद पंडित शक्तिधर शास्त्री के अनुसार शहर में सूर्यग्रहण आठ मिनट दिखाई देगा। सूर्योदय नौ मार्च सुबह 6.35 बजे होगा और सुबह 6.43 बजे तक खग्रास स्वरूप में सूर्यग्रहण दिखाई देगा।
सूतक काल की शुरुआत आज शाम 5.45 बजे होगी। इसके चलते हरिद्वार में हरकी पैड़ी में गंगा आरती का समय शाम 5:20 रखा गया है। शाम 5:45 बजे से कल सुबह नौ मार्च को 6:45 बजे तक मंदिर के कपाट बंद रहेंगे।
इसी के साथ कल सुबह की आरती में भी बदलाव किया गया है। सूर्यग्रहण पूर्ण होने के बाद स्नान आदि के बाद मंदिरों के कपाट खोले जाएंगे और गंगा आरती होगी।
पंचग्रही योग के कारण शुभ दिन
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन कुंभ राशि में पंचग्रही योग के कारण यह दिन बहुत ही शुभ माना जा रहा है। भारत कई शहर में सूर्यग्रहण का नजारा नजर आएगा।
उस समय कुंभ राशि और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में घटित होगी। इसके कारण कुंभ राशि के जातक सावधानी के साथ रहे। इससे ग्रहण के समय कोई समस्या न हो। साथ ही अन्य राशियों के लिए कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
ग्रहण का वैज्ञानिक मान्यता
इस ग्रहण के बारें में वैज्ञानिक मान्यता के आधार पर सूर्य ग्रहण की अवधि के समय पृथ्वी के उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुव प्रभावित होते हैं। इसलिए यह अवधि ऋणात्मक मानी जाती है। इस अवधि में सूर्यदेव से नकारात्मक किरणें उत्सर्जित होती हैं। इसलिए भी ग्रहण की अवधि में प्रतिकूल किरणों से बचने का प्रयास करना चाहिए।
खग्रास सूर्यग्रहण राशियों पर यह रहेगा असर
मेष: इस राशि के लोगों को संतान यानी अपने बच्चों के प्रति सावधान रहने की जरूरत है। इस अवधि में बच्चों की चोट चपेट और बीमारी आदि को गंभीरता से लेने और उन पर ध्यान देने की जरूरत है। वैसे ज्यादा परेशान न हों इस राशि वालों के लिए ग्रहण का प्रभाव मध्यम रहेगा।
वृषभ: शत्रुओं से बचने और उनसे सावधान रहने की जरूरत है। रोग भी शत्रु ही होता है। अर्थात इससे भी सावधान रहने की जरुरत है। इस ग्रहण के कारण इस राशि के जातकों पर विपरीत प्रभाव पड़ने जा रहा है।
मिथुन: संपत्ति से संबंधित लाभ की संभावना। वैसे भगवान का स्मरण कुयोग को सुयोग में बदल देगा।
कर्क: आकस्मिक लाभ होने के आसार। साथ ही पीड़ा भी हो सकती है। ग्रहण के बाद घर शांति करा लेना बेहतर रहेगा।
सिंह: विवाह, प्रेम एवं दाम्पत्य जीवन में सावधानी बरतें। शरीर में पीड़ा हो सकती है। अलगाव की नौबत आ सकती है।
कन्या: रोग और पीड़ा बढ़ सकती है गुप्त शत्रुओं का भय रहेगा। भगवान का नाम लें।
तुला: इस राशि के लोग पहले से पीड़ित चल रहे हैं ग्रहण के परिणाम भी शुभ नहीं हैं विशेष सावधानी बरतें। पारिवारिक विवाद से खासतौर पर बचने की जरूरत है।
वृश्चिक: सर्विस, व्यापार एवं कॅरियर में लाभ की संभावना है, लेकिन चूंकि इस राशि के लोगों पर शनि की साढ़े साती चल रही है। इस लिए मंगल और शनि का प्रभाव प्रतिकूल रहेगा। घर परिवार में बुजुर्गों की चिंता करें। यात्रा को टालने का भरसक प्रयास करें।
धनु: इस राशि पर भी शनि की साढ़े साती चल रही है इसलिए परिवार और भाइयों के बीच संघर्ष रहेगा। राजकीय मामलों में उलझन बढ़ेंगी। निर्णय संबंधी सावधानी बरतें।
मकर: सभी क्षेत्रों में सावधानी बरतने की जरूरत। परिवार में असंतोष बढ़ेगा। धन की हानि हो सकती है।
कुंभ: विशेष सावधानी की जरूरत। इस राशि के लोग अति संकट में हैं। अतः दान और ईश्वर का स्मरण करें।
मीन: जीवन साथी अथवा प्रेम संबंधित सर्तकता बरतें। अतिव्यय के संकेत हैं। पीड़ा हो सकती है। कारोबार में झटका लग सकता है।  Watch Spiritual Videos http://videos.jagran.com/spiritual

पंटून पुल को लेकर रक्षा मंत्री ने कहा- 6 पुल बनाने के लिए अाया था प्रस्ताव

यमुना नदी के किनारे 11 मार्च को होने वाले श्रीश्री रविशंकर के वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल के लिए अार्मी के जवान पंटूनपुल बनाने में जुट गए हैं। गौरतलब है कि सेना के जवान अब तक एक पुल का निर्माण भी कर चुके हैं। इस संबंध में विवाद बढ़ने पर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने बताया कि श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम के लिए रक्षा मंत्रालय के पास 6 पंटून ब्रिज बनाने का आवेदन आया था लेकिन सेना ने इंकार कर दिया था।

दिल्ली में यमुना किनारे होने वाले आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम में सेना से पंटून पुल बनवाने को लेकर विवाद हो गया है। अब तक सेना एक पुल बना चुकी है और दूसरा पुल बनाने का काम जोरों पर है। संभावना है कि सेना तीसरा पुल भी बना सकती है।

श्रीश्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से कराया जाने वाला यह एक निजी कार्यक्रम है। फिर इसके लिए सेना क्यों जुटी है, हालांकि सेना का तर्क है कि वह यह काम रक्षा मंत्रालय के आदेश पर कर रही है। वहीं सेना के सूत्रों ने बताया है कि पुलों को बनाने के लिए 120 जवान लगाए गए थे, कहा गया है कि पीएम के आने और किसी तरह की भगदड़ न मचे इसलिए सेना ने पुल बनाए हैं। वहीं यह भी कहा गया है कि आर्ट ऑफ लिविंग को बकायदा इसका बिल भेजा जाएगा। सेना यह भी कह रही है कि वह कुंभ और कॉमनवेल्थ गेम्स में पुल निर्माण का काम कर सकती है तो फिर यहां क्यों नहीं?  Watch News Bulletin http://videos.jagran.com/news-bulletins

EPF पर अब नहीं लगेगा टैक्स, 60 फीसदी पर टैक्स लगाने का प्रस्ताव वापस

 ईपीएफ पर टैक्स लगाने वाली मोदी सरकार ने विपक्ष के विरोध के बाद टैक्स प्रस्ताव को वापस ले लिया है। लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बयान देते हुए कहा कि ईपीएफ निकासी पर टैक्स नहीं लगेगा।

आम बजट में सरकार ने ईपीएफ निकासी पर 60 फीसद टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया था। इस फैसले की जमकर आलोचना हुई थी। जेटली ने सदन में बोलते हुए कहा कि एनपीएस (नेश्नल पेंशन स्कीम) पर टैक्स लागू रहेगा। वित्त मंत्री के इस बयान के बाद ईपीएल मसले पर बरकरार संशय खत्म हो गया।

इससे पहले कांग्रेस ने सरकार के फैसले के विरोध में सोमवार को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन भी किया था। विपक्ष के हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त मंत्री से ईपीएफ मामले में दोबारा विचार करने को कहा था।

गौरतलब है कि कर्मचारी भविष्य निधि में टैक्स के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और टैक्स को वापस लेने की मांग की गई। केंद्र सरकार ने बजट में ईपीएफ से 40 फीसदी से ज्यादा की निकासी पर टैक्स का ऐलान किया था। इस फैसले के बाद राहुल गांधी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस के दबाव के अागे केंद्र सरकार को झुकना पड़ा। वित्त मंत्री ने ईपीएफ निकासी पर टैक्स का प्रस्ताव वापस लिया।  Watch News Bulletin  http://videos.jagran.com/news-bulletins

Friday 4 March 2016

मेरठ से हरिद्वार तक नए राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुहर, NH-58 का वजूद खत्म

आखिर वहीं हुआ जिसका डर था। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 58 का वजूद समाप्त कर दिया है। उत्तर प्रदेश-दिल्ली सीमा पर स्थित यूपी गेट से लेकर मेरठ तक एनएच समाप्त करने के साथ ही मेरठ से हरिद्वार तक की सड़क को एनएच-334 नाम दिया है।

अब इस सड़क पर सफर करने वालों की समस्याओं में खासी बढ़ोत्तरी होगी। केंद्र सरकार ने एनएच-58 को समाप्त करने से पहले राज्य सरकार को सूचना देना भी मुनासिब नहीं समझा। बता दें कि दैनिक जागरण ने 29 फरवरी के अंक में एनएच 58: छिनेगा राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।

उस खबर में यह बताया गया था कि केंद्र सरकार ने यह तय कर दिया है कि एनएच-58 को यूपी गेट से लेकर मेरठ तक समाप्त किया जा रहा है।

अब केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के निदेशक माया प्रकाश के हस्ताक्षर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उत्तराखंड के हरिद्वार में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 के निकट जंक्शन रुड़की से मुजफ्फरनगर को जोड़ने वाला एवं मेरठ के निकट जंक्शन के पास समाप्त होने वाली सड़क को नया नाम एनएच-334 दिया गया है।

यही नहीं, मंत्रालय ने अधिसूचना में एनएच-34 भी घोषित किया है। यह एनएच गंगोत्री से शुरू होकर उत्तरकाशी, हरिद्वार, ऋषिकेश, नजीबाबाद, बिजनौर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा, कन्नौज, कानपुर से मध्यप्रदेश के हमीरपुर, महोबा, छतरपुर, हीरापुर, दमोह, जबलपुर को जोड़ने वाली सड़क को एनएच 34 नाम दिया है।

हरिद्वार से मेरठ को एनएच-334 व गंगौत्री से जबलपुर तक जाने वाले एनएच-34 का आपस में कहीं कोई लिंक नहीं है। दोनों ही रूट अलग हैं। Read more News Video Hindi http://videos.jagran.com/

कन्हैया की रिहाई पर बोले CM नीतीश - उसका भाषण प्रभावकारी, वह देशभक्त है

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया की रिहाई के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कन्हैया को बधाई दी और कहा कि रिहा होने के बात कन्हैया ने बहुत ही असरदार भाषण दिया है। नीतीश ने कहा कि जो लोग छात्र नेता कन्हैया पर देशद्रोह का आरोप लगा रहे हैं, उनसे अधिक देश भक्त है कन्हैया, उसे गलत तरीके से फंसाया गया है।

अपनी नेपाल की दो दिवसीय यात्रा के बाद पटना पहुंचे मुखयमंत्री नीतीश कुमार ने पटना हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कन्हैया की रिहाई से मुझे बहुत खुशी हो रही है, मैं उन्हें बधाई देता हूं। उसका कहना बिल्कुल सही है कि 'हमें भारत से आजादी नहीं, बल्कि भारत में ही आजादी चाहिए।'

जब नीतीश से पूछा गया कि क्या आपने जेएनयू में गुरुवार का कन्हैया का भाषण सुना है, तो सीएम ने कहा कि देख तो नहीं पाया लेकिन जो पढ़ा और सुना है उससे पता चलता है कि कन्हैया ने बहुत ही अच्छी बात को उठाया है। उसका भाषण बहुत ही प्रभावकारी रहा है।

नीतीश ने कहा कि कन्हैया देशभक्त है और वह बिहार का बेटा है, वह कभी देशविरोधी बयान नहीं दे सकता था यह मेरा विश्वास था। उसकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया जो बिल्कुल गलत है। मैंने पहले भी कहा था कि कन्हैया के खिलाफ जब सुबूत नहीं हैं तो उसे क्यों गिरफ्तार कर जेल में रखा गया?

नीतीश ने कहा कि कन्हैया ने देशविरोधी नारे नहीं लगाए उसने तो गरीबी, असहिष्णुता और पूंजीवाद से लोगों को आजादी चाहिए, एेेसा कहा है। कन्हैया ने बेहतर मुद्दा उठाया है। ऐसे छात्र नेता से लोकतंत्र मजबूत होता है। सीएम ने कहा कि जेएनयू में मुखर लोग रहते है। केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए कुछ नहीं किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्हैया एक होनहार छात्र है और मैं उसे दिल से चाहता हूं, मैं जानता हूं कि राजनीति के तहत उसे फंसाया गया। केंद्र में बैठे लोगों को अपना असंतोष जाहिर करने के लिए शगूफा चाहिए, अपनी नाकामयाबी छुपाने के लिए कोई मुद्दा चाहिए और इसी के तहत जेएनयू प्रकरण चलाया गया।

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के समय जिस तरह युवाओं का मनोबल बढाया गया उनके लिए तरह-तरह की घोषणाएं की गईं और चुनाव के बाद देशद्रोह और देशभक्ति का नया मुद्दा बनाकर उन्हें फंसाया जा रहा है।

नीतीश ने कहा कि हमारी नयी पीढी आकांक्षाओं से भरी हुई है और काफी समझदार है। देश में चल रही गतिविधियों पर उसकी हमेशा नजर रहती है। हमें उनका सम्मान करना चाहिए। वे हमारे देेश की भावी पीढी है और इसमें वो क्षमता है कि आनेवाले दिनों में वो राष्ट्रनिर्माण में अहम भूमिका निभाएगी। Read more News Video Hindi http://videos.jagran.com/